कोरोना काे रोकने के लिए पूरे देश में रेल सेवा पूरी तरह से बंद है, लेकिन शनिवार को जोधपुर से जैसलमेर के बीच एक विशेष रेल संचालित की गई। जोधपुर मंडल के कुछ अधिकारी और एक चिकित्सा टीम इस विशेष रेल में सवार होकर गए। ये अधिकारी जैसलमेर तक रास्ते के रेलवे स्टेशन पर कार्यरत कर्मचारियों को संभालने के लिए गए। आला अधिकारियों के कुशक्षेम पूछने आने पर विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर कार्यरत कर्मचारियों के चेहरे खिल उठे।
जोधपुर से एक इंजन व एक कोच के साथ सुबह 11 बजे रवाना हुई इस ट्रेन में वरिष्ठ परिचालन प्रबंधक व साथ में यातायात निरीक्षक तृतीय और यातायात निरीक्षक पोकरण के अलावा चिकित्सा विभाग की मेडिकल टीम थी। जैसलमेर खंड के प्रत्येक स्टेशन पर उपस्थित परिचालन व इंजीनियरिंग विभाग के कर्मचारियों को मास्क, सैनिटाइजर की बोतल ,डिटॉल साबुन ,हैंड ग्लोब्स व एसएम पैनल रूम को सैनिटाइजर करने के लिए लिक्विड उपलब्ध कराई गई। जरूरतमंद परिचालन कर्मचारियों को खाद्य सामग्री भी उपलब्ध कराई गई। प्रत्येक कर्मचारी की स्क्रीनिंग यंत्र द्वारा चिकित्सा विभाग के कर्मचारियों द्वारा की गई।
प्रत्येक स्टेशन पर उपस्थित परिचालन व अन्य रेल कर्मचारियों को पूर्ण सुरक्षा का ध्यान में रखते हुए अपने कर्तव्य का पालन करने के लिए प्रोत्साहन दिया गया सभी कर्मचारियों को काउंसिल किया गया उन्हें समझाया गया कि वह अपने परिवार के साथ अधिक से अधिक अपने निवास स्थान पर रहे। ड्यूटी के दौरान पर्याप्त दूरी बनाकर कार्य करें और विशेष संरक्षा तरीकों को अपनाएं। पूरा देश विकट परिस्थितियों से गुजर रहा है ऐसी स्थिति में अपने मनोबल को ऊंचा रखने को कहा गया। प्रत्येक कर्मचारी को समझाया गया और उनकी हौसला अफजाई की गई।
ईरान से कुछ दिन पूर्व लाए गए भारतीय नागरिकों में से एक साथ सोमवार को 7 जने कोरोना पॉजिटिव पाए जाने से हड़कंप मच गया। इसके अलावा इग्लैंड से लौटा जोधपुर का एक युवक भी आज पॉजिटिव पाया गया। आज पॉजिटिव पाए गए 7 में से 6 भारतीय नागरिकों को जैसलमेर से जोधपुर लाया जा रहा है। जबकि गत सप्ताह ईरान से जोधपुर लाए गए भारतीय नागरिकों में से एक युवक भी पॉजिटिव पाया गया है। वहीं जैसलमेर से तीन अन्य संदिग्ध भारतीय नागरिकों को भी जोधपुर रवाना किया जा रहा है। इनकी जांच रिपोर्ट शाम तक आने की संभावना है। जैसलमेर में रहने वाले 484 भारतीय नागरिकों का क्वारेंटेन टाइम पूरा हो चुका है। इसके बावजूद सेना ने उनकी नए सिरे से जांच कराने का फैसला किया। जोधपुर से गई मेडिकल कॉलेज टीम ने जैसलमेर में से 45 जनों को संदिग्ध मानते हुए रविवार को उनके सैंपल लिए गए। उनमें से आज एक साथ 6 जने कोरोना संक्रमित पाए गए है। आज सबसे पहले एमडीएम अस्पताल में लद्दाख निवासी 41 वर्षीय एक व्यक्ति की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। जबकि उसकी 72 वर्षीय मां की रिपोर्ट निगेटिव आई। इन दो के अलावा 43 जनों की जांच एम्स में की गई। सोमवार दोपहर एम्स से आई जांच रिपोर्ट में एक साथ 6 जने कोरोना पॉजिटिव पाए गए। ये सभी जैसलमेर में सेना के वेलनेस सेंटर में रह रहे है। जैसलमेर के वेलनेस सेंटर में एक साथ 6 कोरोना संक्रमित मरीज सामने आने से हड़कंप मचा हुआ है। अब वहां रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति की जांच की जाएगी। इसके लिए मेडिकल कॉलेज की टीम वहां गई हुई है। सैन्य प्रवक्ता ने बताया कि स्थानीय प्रशासन व डॉक्टरों की टीम से पूरा सहयोग मिल रहा है और वे इन मरीजों का अच्छी तरह से इलाज कर रहे है। एक साथ 7 पॉजिटिव पाए जाने पर सेना ने जोधपुर व जैसलमेर के अपने वेलनेस सेंटर में रहने वाले 1036 भारतीय नागरिकों की नए सिरे से जांच प्रक्रिया शुरू कर दी है। इग्लैंड से लौटा युवक भी निकला पॉजिटिव जिला प्रशासन ने एहतियात के तौर पर हाल ही विदेश से लौटे लोगों को शहर में विभिन्न स्थान पर क्वारेंटेन रखने की प्रक्रिया शुरू कर रखी है। इसके तहत जीत इंजीनियरिंग कॉलेज में रखे गए एक युवक की जांच रिपोर्ट सोमवार दोपहर पॉजिटिव आई है। इस युवक को अब जीत कॉलेज में बनाए गए क्वारेंटेन सेंटर से एमडीएम अस्पताल शिफ्ट किया जा रहा है। इसके अलावा इस युवक की ट्रेवल हिस्ट्री खंगालने के साथ ही परिजनों को भी आइसोलेट कर उनकी भी जांच की जा रही है।